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देवताश्च तथानघाः III. 16.42d देवताश्चाभवन्दृष्टाः V. I.130a देवतास्तत्र विष्ठिनाः I. 43.Igb देवतास्तर्पिताश्च स्युः I. 62.12c देवतुल्यपराक्रमाः I. 72.7d देवतुल्यपराकमो I. 48.2b
,, 50.Id देवतुल्यं पुरोधसम् VII. 65.30d देवतेव चरिष्यसि II. 9.50d ,, दिव्यश्चयुता II. 20.32d ,, वनस्यास्य III. 34.16c देवतैरभिसत्कृता V. I.I4Ib देवत्यागोऽपि वाऽनघ IV. 8.9b देवत्वे संमतो मम II. I02.4b देवत्वं गच्छतोर्वाऽपि IV. 62.TOC
, प्रार्थये राम VII. 76.2c देवदत्तां हिरण्मयीम् I. 16.2Id देवदानवकन्यकाः VII. 24.Id देवदानवगन्धर्व-III. 32.18c
VI. 65.1gc देवदानवगन्धर्वाः I. 20.22a , IV. 29.24a
VI.8.2a
, 79.25a देवदानवगन्धर्वैः I. 51.24a , II. 50.14a
VI. 59.54a
, 60.7a
VII. 3I.I6c देवदानवदर्पहा VI. 60.13d
, 68.13b " , 71.3d
| देवदानवयक्षाणाम् III. 64.67c
VI. I.4a , 4I.80a
, 107.65a
___VII. 35.250 देवदानवयक्षेभ्यः VI. 35.22c देवदानवयोरिव VI. 24.33d
VII. 23.34d देवदानवरक्षसाम् VII. 25.17b
, 27.26b देवदानवरक्षांसि I. 40.8c देवदानवरक्षोमिः I. 41.7a देवदानवराक्षसैः III. 45.Iod
VI. 94.29b देवदानवराक्षसान् VI. 80.1b --देवदानवराविणौ V. I0.20d देवदानववीराणाम् VI. 59.28a देवदानवसधैश्च III. 35.17c देवदानवसेवितः IV. 40.31d देवदानवसंनिधौ VII. 22.22b देवदारूणि चाहृत्य II. 76.16c देवदारुमिरुद्धतैः V. 56.29c देवदारुमयास्तथा I. 14.23b देवदारुवनेषु च IV. 43.13b देवदारुवनेश्चापि VII. 42.2c देवदुन्दुभयो नेदुः I. 18.17c
, , VII. 16.210
, , ,, 26.57a देवदुन्दुभिघोषश्च II. 91.25c देवदुन्दुभिनिर्घोषः I. 73.29a देवदुन्दुभिनिःस्वनैः I. 22.5b
, 49.Igb देवदुर्गा भयावहा VI. 3.20b
देवदूतादुपश्रुत्य VII. 6.63a | देवं देवगणैर्वृतम् VII. 35.33d
"
,35d
देवदानवदुर्धर्षम् I. 48.24a देवदानवदैत्यानाम् VII. 20.8a
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