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नीतस्तच्च न बुद्धधसे VII. 15.20d नीत्वा तौ भृशदुःखितौ II. 64.28b नीपान्सप्तच्छदांस्तथा V. 2.10b नीयमाना तु शबला I. 54.2a" नीयमानं महारणात् VII. 29.28b नीरजस्को ववौ तदा I. 22.4b नीरुजो निर्बणाश्चैव VI. 120.14a
, निव्रणांश्चैव VI. I20.9a नीरुजौ राघवौ दृष्ट्वा VI. 50.6ra नलकण्ठमुमापतिम् VII. 16.32b नीलकुञ्चितमूर्धज: VI. 28.22d नीलकुञ्चितमूर्धजाम् VI. II5.12b
, ,, II8.3d नीलकोमलकप्रभान III. 73.38d नीलं गजमिवाश्रिता III. 52.23d ,, च प्लवगाधिपम् VI. 45.2b ,, चैव महाबलम् VII. 40.4d नीलजीमूतवर्णानाम् III. 22.9a नीलजीमूतसंकाश VI. III.79a नीलजीमूतसं काशम् VI. 40.5a
, 69.4Ic
, 87.3a नीलजीमूतसंकाश: III. 38.2a
V. 22.24a , VII. 9.2a
, ,6c नीलंजीमूतसंनिभम् VI. 69.20b नीलर्जीमूतसंनिभः III. 49.7d नीलजीमूतसंनिभैः IV. 33.16b नीलं त्रिंशद्भिरेव च VI. 73.45b ., नलं केसरिणम् VII. 39.20c , नवमिराहस्य VI. 46.18a नीलनागाभया वेण्या V. 15.25a नीलं नित्यकृतोद्यमम् IV. 29.29b नीलपीतं तु शादलम् IV. 1.8b
| नीलपीतसितारुणैः II. 94.20d नीलं प्रतिसमभ्यगात् VI. 59.68b
, प्रेक्ष्य च काननम् II. 55.8b नीलमग्निसुतं चैव IV. 41.2a नौलमाजिष्ठकानि च V. I.79b
,, ,,, 57.7b नीलमेघनिभं भीमम् VI. 83.6c ___, रौद्रम् III. 69.28c
, वनम् II. 93.8d नीलमेघनिभांश्चास्य VI. 100.17a नीलमेघाश्रिता विद्युत् IV. 28.12a नीलमेवामिदुद्रुवे VI. 58.36b नीलया नीरदापाये V. 15.25c
" , , I9.19c नीलयोः कालमेघयोः VI. 88.61d नीललाघवसंभ्रान्तम् VI. 59.81c नीललोहितमाञ्जिष्ठ- V. I.5a नीलवस्त्रधरो नीलः I. 58.10c नीलवैदूर्यपत्राच्या IV. 43.39a नीलवैदूर्यवर्णाश्च IV. 50.28c नीलवैदूर्यवर्णाश्च II. 91.79a नीलवैदूर्यसंनिभैः II. 91.29d नीलः शरभ एव च VI. 71.39b
,, शरैरभिहतः VI. 58.38c | नीलश्च द्विविदो मैन्दः VI. 46.3a नीलश्चापि प्रतस्थतुः VI. 70.20b नीलश्चिक्षेप संयुगे VI. 59.75d नीलं सतोयमेघाभम् VII. 26.18a ,, सेनापति तदा VI. 61.33d नीलः सेनापतिश्चैव V. 46.13a
, . , VI. 3.31c ,, सेनापतिः स्वयम् VI. 30.24b ,, सेहे दुरासदान् VI. 58.42d नीलस्त्रिशिरसे तदा VI. 70.20d | नीलस्य च महात्मनः V. 59.15b
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