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वाक्यमर्थवदव्यग्रः V. 51.IC वाक्यमर्थविदां वरम् VI. 20.8f वाक्यमंशुमतो नृपः I. 41.24b वाक्यमात्महितं चैव IV. 43.2c
IFE COA: VII. 16.22d
नरर्षभः VII. 100.gd
V. 58.136d
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वाक्यमुक्तं दशानन VI. 16.20b
ya mazazi I. 55.18d वाक्यमुत्तरमब्रवम् V. 68.16d aagaada V. 36.32d
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वाक्यमूचतुरन्तिके III. 73.44b
वाक्यमेतत्ततः श्रुत्वा III. 20.5a
वाक्यमेतत्तु वैदेह्य III. 1o.a वाक्यमेतदुदाहृतम् III. 10 8b
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वाक्यमेषा कृता मतिः VII. 13.38b वाक्यवज्रैरनुपमैः II. 35.4a
वाक्यविद्वाक्यतत्त्वज्ञम् IV. 29.7C वाक्यं कालसमीरितम् VII. 104.16b किं नानुमन्यसे V. 23.9b II. 14.21b
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चाद्भुत संकाशम् VII. 102.1
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चेदमुवाच ह I. 35 3d
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99.2d चैतदुवाच ह VII. 61.6d चैवान्तरिक्षे च VII. 9. 360 तत्सुसमाहित: VII. 50.16b तदपि मे धृतम् II. 118.8d तस्य महात्मन: VII. 105.8b त्वं क्षंतुमर्हसि II. 52.38d afayalsada V. 63 4d
II. 50.38b
VI. 86.29d
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