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रावणः कालचोदितः VI. 16.Ic " , , 17.15b ". क्रूरकर्मा च IV. 35.17c
क्रोधताम्राक्षः VI. I00.6c क्रोधमूर्छितः I. I.49d .. III. 5I.IIb
V.52.Id , VI. 26.6b " , 92.41b " , 95.9b
, , 99.41b ,, पतितः क्षितौ V. 27.20d
परमकुद्धः VI. 100.31c ,, परमाद्भुताम् VII. 23.24d ,, परमामर्षी VI. 78.Ic
परमासनम् VI. II.ITb परिषस्वजे VI. 62.9b परिसान्त्वयन् VII. 24.25d पुत्रपौत्रवान् VII. I.18b
, , ,, Igb पुत्रशोकेन VI. 92.37a पुनरब्रवीत् VI. 30.16b
प्रतियुद्धथति VI. 37.21d ,, प्रत्यवारयत् VI. 99.Igd ,, प्रशशंस ह III. 46.15d
प्रहसन्नेव VI. 24.25a ,, प्राअलिक्यिम् VI. 93.2c ,, प्राविशद्यज्ञम् VII. 18.6c , राक्षसाधिपः I. 20.17d शत्रुरावणः III. 56.26b
, V. 22.32b " , "23.1b , , ,,8b
VI. 34.8b , शोकसंतप्तः VI. 68.6c
रावणः सगणो युद्धे VII. 38.24a ,, सत्त्वगाम्भीर्यात् VI. 95.34c , स दुरात्मवान् VII. 24.1b ,, समकल्पयत् VII. 12.24b ,, समरश्लाघी VI. I03.Ic ,, स महाबलः VI. I07.13d ,, ,, महावीर्यः VII. 26.13a ,, समितिजयः VI. 80.1b
, , 99.21b सह पुत्रेण VI. 50.21c वैदेह्या IV. 40.34c
,, ,, 62c ,,, 650 , 42.290 ,, ,, 320
" ,, 470 " , ,, ,, 43.I3c " , , ,, ,, 18c " , , ,, ,, 24c ,, संदिदेश तान् V. 58.151b
संवृताकारः V.46.10 ,, सुकृतैः स्वकैः VII. 21.18d ,, सूतमब्रवीत् VI. I04.Id , स्थित एवात्र VI. 40.28c , स्वयमास्थितः VI. 37.13d रावणाङ्कपरिक्लिष्टाम् VI. II5.20a रावणात्कुम्भकर्णाश्च VII. 4.5a रावणात्मजदारणम् VI. 90.64d रावणात्मज दुर्मते VI. 86.3ob रावणात्मजमाचष्टे VI. 86.32c रावणात्मजशङ्कया VI. 50.gd रावणादतिरिच्यते VII. I.33d रावणादपि संभ्रमः V. 36.9d रावणादीर्घदर्शिनः V. 21.13b रावणादलवत्तरा: VII. 8.24f
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