Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
View full book text
________________
२०४]
[पता र प्रतिष्ठादि अन्य विधान २८४. मंडल विधान एवं पूजा पाठ संमह-पत्र संख्या-६५४ । साइज-११x६ इ । भाषा-- भस्कृत | विषय-पूजा । लेखन काल-२० १०६ । पूर्या । वेष्टन में० १२ ।
विशेष-निम्न पात्रों का संग्रह है
नाम पाठ
पत्र संख्या
लेकाल
विशेष
मंडल चित्र सहित
ले. पालि १८६१
चित्र सहित
मंडल चिन महित
चित्र सहित
चित्र सहित
।१) जिन सहस्रनाम श्राशाधर ) से १६ (२) , 1
जिनसेनाचार्य (३) तीन चौबीसी पूजा
१ से ३३ ( ४ ) पंचकल्याणकपूजा
४से १५ ( ५ ) पंचपरमेष्ठीपूजा, शमचन्द्र ५६ से... ( 2 ) कर्मदेशनपूजा शुमचद्र (( ७ } बीसातीर्ण करपक्षा नोन्दकोति 1 = ) भक्तामरस्तोत्रपूजा i ) धर्मचक
स्मामल्ल ११३ से १२१ ११.) शास्त्रमंडल पूजा शानभूषण ५३० से १३४ (११) ऋषिमंडलपूजा श्रा. गिनाद १३५ से १५५ ११) शान्तिचक्रपूबा (१३) पावतीस्तोत्र पूजा
१६२ से १६६ (१०) पद्मावतीसहस्रनाम १५) पोशकारमपूजा उद्यापन शव सैन १५४ से १४(१६) मेघमाला उद्यापन
१६ से २१३ ६१७) चीनीसोनामस्तमंडल वधान
२१८ रो २३० (१८) दशलक्षणव्रतपूजा
२५ से २१. (१६) पंचमीव्रतोपापन - २६१ से २६ (२०) पुष्पांजलिव्रतोद्यापन
२६ से २ (२१) कर्मचूरवतोथापन
२८३ से २६ (२२) अक्षयनिधिव्रतोद्यापन शानभूषण (२३) पंचमास चतुर्दशी भ० सुरेन्द्रकीर्ति ३०६ से ११
व्रतीधापन (२४) अनंत नत पुजा
३१२ से ३४१
चत्र सहित
चित्र सहित
चित्र सहित