Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 389
________________ ८ . ( ३६०) मंथकार का नाम ग्रंप नाम प्रथ सूची की। प्रथकार का नाम पत्र सं. बर्द्धमान भट्टारक देव वरांगवस्त्र ७, २१८ | श्रीपतिभट्टवाग्भट्ट अष्टोमहदयसंहिता २४६ | आ. शुभचन्द्र--- वादिचन्द्र सूरि--- मानसूयोदय ना22 भ. शुभचन्द्र--- यादिराज एकीमावस्तोत्र यशोधर चरित्र वामदेव होय दीपक भाव संग्रह वासबसेन-- यशोधरचरित्र विक्रम नमिदूत का प्राचार्य विद्यानदि- अष्टसाली कातकरीक्षा नुवाकवातिकाकार विद्यानदि ( भ. देवेन्द्रकीर्ति के शिष्य ) सुदर्शन चरित्र विरंचि सरस्वती स्तार सारस्वत स्तार विश्वकर्मा- तीरार्णव २४५ शाभन मुनि -- वीरनंदियाचारसार গাঙ্কুমিল্প। चन्द्रप्रमचरित्र | श्रुतमुनि-- वीरभद्र पाग्दण्ड इन वोपदेव-- यातुपाठ २६. श्रुतसागरशंकराचार्य--- गंगाटक गोविन्दापक शिवादित्य- मितमाषिणी का शालिपंडित- नमिनाथ स्तवन २८० सकनकीति-- श्रीधर भविस्यमय चरित्र ७४, २१६ । श्रीभूषगा अनंतवपूना परिवशुद्धिविमान प्रथ नाम ग्रंथ सची की पत्र सं० मक्तामरमा उद्यापन , २०४ भ्योतिषानमाला २४५ जानार्णव ८०, ११ अष्टाहिका कथा -१, २२६ वटारिका पूजा कर्मदहन पूजा गणधरवख्य पूजा चन्दना चरित्र चारित्रशुद्धिविधान जीबंधर चरित्र २११ त्रिशच्चतुर्विशति पूजा पंचपरमेष्ठीएजा पपत्रतोधापन पाण्डवपुराया ६.४, १२३ श्रोधिकचरित्र परखनामणितजा सुभाषितावि २३७ चौबीस जिन स्तुति २३६ प्रमोथचम्बोदय नाटक विभंगीसार भावसंग्रह २०, ११ जिनसानामस्ती टीका १०२,२३६ तवार्मसूत्रटीका अतकथा कोश सप्तपरमस्थानविधानकमा ८६ अादिपुरामा माधिस्वरन्य पूजा धन्यकुमारचरित्र .०, २१२ प्रश्नोतरावकाचार , १८ १३ २२६

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