Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
View full book text ________________
भट्टी
१४२
०
२२४
( ३५६ ) मंथकार का नाम मच नाम प्रथ सूची की । प्रथकार का नाम प्रथ नाम प्रथ सूची की पत्र सं
पत्र सं ममाधिशतक
१५८, २४१, २७३, २४, ३१ सर्वार्थसिद्धि
मालदेवाचार्य- शान्तिनामस्तोत्र महामही
पं० मेधावी---- धर्मसंग्रहश्रावकाचार भट्टोत्पल .. घरपंचासिका बालाबा २४६ | पं० यश कीर्ति--- प्रबोधसार भ हरि- नातिशत
यशोनंदि-- धर्मचक्रगुजा भन हरिशत
पंचपरमेष्ठीपूजा वैराग्यशत
योगदेव-- तस्वामसूत्र नृत्ति शतप्रय
रगमलधर्मचनः
२०४ भानुकीति--- चतुर्विधसिद्धन पूजा
भ रत्ननंदि-- अष्टाहिकाचा रोहिणीवतकथा
मन्दीश्वरबिधान
२०२ भारवि-- किरातार्जुनीम
पल्पविधानपूजा भावविश्वर-- सप्तपदाची
भद्रबाहुचरित्र ७३,२१४ भूधर मिश्र
| रत्नचंद्रपदपाहु टीका
. जिनगुणसम्पत्तित्रतपून ३०८ भूपाल कवि- भूपालचतुर्विशति १०...२४२
पंचमेरूपूजा मल्लिषेण-- निशिभोजनकया
२२६
मक्तामरस्तोत्र मृत्ति सजनचित्तवलम
| रविषेणाचार्य
पद्मपुराण मल्लिषेणसूरि- स्याद्वादमंजस
राजमल्ल-- अध्यामकमलमा एट महावीराचार्य- সহর্নিহি।
लारीसंहिता (श्रावकाचार) १८७ महासेनाचार्य--- प्रा म्न चरित्र
२१३ | पाठक राजबल्लभ-चित्रसेनपद्यावती कप। भ० महेन्द्रभूषया--- जैनमात गडपुराण २१५
भोजचरित्र माघ-- शिशुपालवध
रामचन्द्राश्रम- सिद्धान्त चन्द्रिका माणिक्यनंदि--- परीक्षामुख
रामचन्द्राचार्य- प्रक्रियाकौमुदी माणिक्यसुन्दर- शुवराजकः५॥
पं० रामरत्न शर्मा-प्रक्रिया रूपाबलः माधवचंद्र विषादेव
ब्र रायमल्ल- भक्तामरस्तोत्रवृत्ति पणासारटी
लक्ष्मीचन्द्र- निलोफसारटीका
पंचकल्याणपूजा
ललितकीति-- नधिसास्टीका
समवशरणपूजा
२०, १८१ मानतुंगाचार्य--- भक्तामरस्तोत्र १, ०१,१.६
लोलिम्बराज-- य जीवन
२४७ तीर्थमहात
An० ०
२
NN
K
२१६
.
८
१०६
२०२.
Loading... Page Navigation 1 ... 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413