Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 387
________________ प्र'धकार का नाम देवसेन— धनंजय भ० धर्मकीर्ति आचार्य धर्मचन्द्र धर्मदास- भ० देवेन्द्रकीति चन्द्रायणव्रतपूजा पन क्रियावतोद्यापन धर्म भूषणपं० नकुल नंदिगुरु — नरेन्द्रकीत्ति नरेन्द्रसेन नरेन्द्रसूरि नवनिधिराम - नागचन्द्रसूरि ग्रंथ नाम नारायण- नीलकंठ - नेमिचन्द्र- सिद्धिप्रियस्ती आलाप पद्धति नगचक्र द्वादशतपूजा रवितविधान देवस्था संधान काव्य / सटीक महगुगा पूजा सम्यक्त्वकौमुदी गौतमस्वामी चरित्र ( ३५८ ) पंथ सूची की | अंधकार का नाम पत्र सं १०६, १४१ ० नैमित्त १५.९.२४४ 8 नाममाला २३२ विषापहारस्तीय .६, ७, १४ १५. २४३ ६२ A जीसकर पूजा सिद्धान्तसारसंग्रह मारस्वतप्रक्रिया टीका १8६ २०५ 204, 208 ३०० योग समुच्चय विषापहार टोकर नमस्कार चिंतामभि नीलकंठ ज्योतिष दिसंधानकाव्य ठीक २६ ६७ पद्मसुन्दर पद्मप्रभदेव -- ग्रंथ नाम ४ धन्यकुमार चरित्र धर्मोपदेश श्रावकाचार ७०, २१२ १०, १८५ नागश्रीकथा (रात्रिभोजन त्याग कथा ! २ ६४, २२३ ०२, १९६ ७८, २१६ २३१ ११२ १०७ १८४. १६७ नेमिनाथपुरापा प्रीतिंकर चरित्र श्रीपालचरित्र आवकाचार सिद्धचक्र पूजा =, 318 विदग्धमुखमंडन पद्मनाभ कायस्थ --- यशोधरचरित्र जिनसहस्रनाम पूजा - २, ११२२०८ परमहंस परिव्राजकाचार्य सारस्वत रूपमा पावस्तीव लक्ष्मीस्तीय पद्मप्रभमलधारि देव-नियमसार टीका पद्मनन्दि पूजा पार्श्वनाथस्तीच लक्ष्मीस्तोत्र प्रथ सूची की पत्र सं० शालिहोत्र २६: सारस्वतप्रक्रिया २३१ प्रायश्रित समुच्चय चूलिका ३२ ३२ | पंचानन भट्टाचार्य --- परिभाषापरिच्छेद (नयमूल सूत्र ) १९६ १६ भान- २०४ ६, १६१ १७८ १२ 53 २३१ TEX २४३ पार्श्वनाग २. ४५ पूज्यपाद ૪. १०६ २४२, २४४ * आत्मानुशासनटीका वस्त्रार्थरत्नप्रभाकर २०० २१७ तवासू प्रका पंचारित कामप्रदीप रत्नकरण्ड श्रावकाचा स्टॉक 1 श्रात्मानुशासन इष्टोपदेश परमानन्दस्तो आवेकाचार ܀ २६. २६६ ३५, १३५ 1

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