Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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* ग्रंथ एवं ग्रंथकार *
संस्कृत-भाषा
मंथकार का नाम
ग्रंथ नाम
ग्रंथ सूची की , ग्रंथकार का नाम
पत्र संक
अमृतचन्द्र
२२१
२१६
अमृतप्रभसूरिपं० अल्लारीअशगआनन्दरामश्राशाधर
अकलंकदेव- तत्वार्थ राजवार्तिक
1५ प्रायश्चित्त संग्रह अक्षयराम
मोकारपैतीसा मातिचनुर्दशी
सस्मोद्यान ६६.२.५,९०९ अग्निवेश
यंजनशास्त्र ब्रह्म अजित- रनमश्चरित्र अनन्तवीर्य - प्रमेयरलमाला अन्नभट्ट- तर्थसंग्रह अनुभूतिस्वरूपाचार्य-सारस्वतप्रकिया
११ अन्तगादशाबो वृति
उपासकदशासूष निवाबा अभयनंदि- दशलक्षण पूजा अभ्रदेव
व्रतोपोतन वादकाचार अभिनय यादिगज (पं जगनाथ)
भरवल्प वर्मान अभिनव धर्मभूषण- न्यायदीपिका अमरकीत्ति--- नसहस्रनामटी श्रमरसिंह- अमरकोश अमितिगनि--- अर्मपरीक्षण
भावनावरी श्रावकाचार सुभाषितस्तसंद्रोह
प्रथ नाम पंथ सूची की
पत्र सं० तत्त्वार्मसार
१७ पंचास्तिकायरीका 16, १८४ प्रवचनसार टीका १६.३ पुरूषार्मसिद्धशु पाय ३२, १८५ समयसार कलशा ४३, १६४, २५६ समयसार टीका योगशतक
૨૪૭ भोजप्रबंध शातिनाथ पुराण बीबीस ठाणा चर्चा टीका जिनयत्रकल्प ( प्रतिष्ठापा) २०० जिनसहस्रनाम १०२, १३४, २०४,
२३६, रखत्रयपूजा
२०॥ सागारचमामृत स्तोत्र टीका होमविधान अंकुशरीपयनिधि नातिसार तत्त्वार्थमूत्र ११, १०.५८, १.५, ११.१, ११२, १३५, १६५, १७२ 1७१, २६५, २२, २३१, ३.२
३०८, ३१
२४४
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इन्द्रमंदि--
२३२
उमास्वामी
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