Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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गुटके एवं संग्रह प्रन्थ 3
विषय-सूची
(१) मक्तामर स्तोत्र
(२) परमज्योति
(६) निर्वाणका भा
(४) छहटाला
काल-X1 श्रपूर्णं ।
कर्चा का नाम
मानतुरंग
वनारसीदास
भैयाभगवतीदारा
पानतराय
विशेष निम्न पाठों का संग्रह है :
विषय-सूची
१) पंच मंगल
(२) कल्याणमन्दिर भाषा
(३) विश्वापदार
( ४ ) एकीभाव स्तोत्र
( ५ ) जिनस्तुति
(६) प्रभात जयमाल
(७) बीस तीर्थकर खडी
(८) पंचमेव जयमाल
( 2 ) वीनती
(१०) वीनतियाँ
(११) निर्वाण काण्ड भाषा (१२) साधु वंदना
(१३) संत्रोध पंचासिका भाषा
(१४) बारह खडी
(१५) लघु मंगल (१६) जिनदेव पच्चीसी
(१७) चारह भावना
(१८) बाईस परीवह
(१६) वैराग्य भावना
(२०) गज भावना
६४५. पाठसंग्रह - पत्र संख्या - ३६ । साइज - ११४४३ इव । भाषा - हिन्दी । रचना काल -x | लेखन
कर्ता का नाम
रूप चंद
बनारसीदास
भूधर
श्रीपाल
विनोदौलाल
हर्ष कीर्ति
भूधरदास
नवलराम
भूधरदास
भैयाभगवतीदा
बनारसीदास
पानतराय
सूरत
रूपचंद
नवलराम
चालू कवि
भूधरदास
39
11
भाषा
संस्कृत
हिन्दी
भाषा
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हिन्दी
17
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33
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37
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[ ३११
विशेष
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