Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 379
________________ क्रम संख्या ܕ ३. 2. ५. 15. 5. £. १०. १९. १२. १३. ९४. १५. १६. १७. १८. १६. २०. २१. २२. २३. ★ ग्रन्थ प्रशस्तियों की सूची ★ ग्रंथ नाम अध्यात्म सवैया आगमसार आदिनाथ के पचमंगल आदिनाथस्तवन आराधनास्तवन इश्कचमन उपदेशसिद्धांतर नमान्दा भाषा उपासकदशासूत्र विवरण कृपा कथा अमरपाल ० जिनदास वाचक विनयविजय नागरीदास कर्त्ता रूपचंद सुनि देवचन्द्र अभयदेव सूरि रामदास एक सौ गुणहत्तर जीत्र पाठ लक्ष्मदास लच्छीराम नेमिचन्द्राचार्य करुणाभरन नाटक कर्म प्रकृति कर्मस्वरूप कविकुलकंटाभरण कामन्दकीय नीतिसार भाषा काल और अंतर का स्वरूप गणभेद गुणाक्षर माला गोमसारकर्मकांड भाषा गौतमपृच्छा चंदराजा की चौप चन्द्रहंसकथा चारित्रमापंजिका MA दूलह कामंद रघुनाथ साह मनराम पं०] हेमराज टीकम T रचना काल सं० १७७६ 1 1 मं० १७२६ सं १७७२ [1 मं० १८२४ T सं० १६०३ सं० १७०८ | ग्रंथ सूची का क्रमांक ६२८ १ २५.६ ५.१५. ६२१ १७० १४२ १५४ ७१६. y ૬ ११ 14 ی २७६ ४८ ی بر ६३२ ५४४ ७३२ ५४६ १६: A

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