Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 374
________________ 4. 10 W . .. ( ३४५) प्रन्थ नाम लखक भाषा पत्र सं० ग्रन्थ नाम लेखक भाषा पत्र सं० पंखेश्वर पार्श्वनाथस्तुति रामविजय (हि.) १५० सम्मेदशिख महान्य दीक्षित देवदत्त (सं० ) ३६,१६. संखेश्वर पार्श्वनाथस्तवन - हि.) ४. | सम्मेदशिखरमहात्म्य मनसुख सागर (हि.! मंथारा विधि । सं.] | सम्यम्प्रकाश डालूराम (हि. ३६ पन्मतितर्क मिद्धसेन दिवाकर (सं. १६६ सम्यग्दर्शन के पाठ घगों को कथा-- ।सं। ६ संस्कृतसंजरी सम्यक्त्व कौमुदी मुनि धर्मकीर्ति सं०) ८६ सप्तपदार्थी श्री भावविद्यश्वर (सं. सम्यकत्रकौमुदी कथा जोधराज गोदिका (हि०प० । ८६ सप्तऋषिपूजा - (सं.) १५,२०७ २२५ सप्तपरम स्थान कथा खुशालचंद हि०२६७ सम्यक्त्वकौमुदी कथा - हि। सप्तपरमस्थान पूजा । सं० २० सम्यक्त्व के पाठकों - हि.। १८ मतपरमस्थान विधान कथा श्रुतसागर (सं० ८६ का कमा सहित चन सातव्यसन कथा श्रा० सोमकीर्ति (सं०) ६६,१२ सम्यकचतुर्दशी मन्तव्यसन फवित्त ~ हि.) २५५ ! सम्यक्त्वपच्चीसी भगवतीदाम हि० ) ३६, १७२ 'सप्तन्यसन चरित्र दि.) २१५ सम्यक्त्वसप्तति पत्तश्लोकी गीता सं०) ३०२ : सम्यकवी का बचावा संबोधपंचासिका गोतमस्वामी प्रा० ) १२३,१८६ (हि. स भनीधपं शासिका त्रिभरनचंद समं तमद्रस्तुति समंतभद्र (सं.) .. संबोधपं नासिका माननराय (वृहद स्वयंभू स्तोत्र ) १२३, २७३, १११ संबोधपंचासिक देवसेन समयसारकलशा अमृतचन्द्राचार्य २०४६,१६६ पा. ११ २५६ संबोधपंचासिका विहारीदाम समयसारगाथा कुन्दकुन्दाचार्य बा १३३, संबोधपंचासिका ( पा० ) १३६ १६४,२८७ संबोधपं नासिक - (हि.) २०० समयसारटीका अमृतचन्दाचार्य (सं.) संबोधपंचालिकाका -- । प्रा• में 2 समयसास्नाटक बनारसीदास (दि. ४४,११६ संबोधपंचासिका रह ( प.) ११५, ११, १२०, १५८ संबोधसत्तरी सार - सं० ३५ EX, २७४, ३०० मम्मेदशिस्त्ररपूजा जवाहरलाल राजमल्ल हि. ४ ,F, सम्मेदशिखरपूजा नंदराम समयसारमाया जयचंद छाबड़ा हि सम्मेदशिखरपूजा रामचंद समयसारत्रचनिफा सम्मेदशिखरपून! समवशरणपूजा पन्नालालहि २८, सम्वशिवरपूजा (मं.) ०७ | समवशरणपूजा लालचंद विनोदीलाल (दि समयसारभाषा

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