Book Title: Gautam Pruccha
Author(s): Purvacharya
Publisher: Indrachand Agarchand Seth

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Page 11
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailasagarsuri Gyanmandir संक्षिप्त जीवन रेखा श्री गौतमपृच्छा । ॥५॥ 免柴夢慈:张婆婆:张部染部落染染整密塞蒂蒂洛蒂密港參參參密 श्रीयुत् श्रेष्ठिवर्य केसरीमलजीनी संक्षिप्त जीवनरेखा जैनधर्मना प्रभाव, प्रचार अने टकावमां मरुधरभूमिनो मोटो फाळो छे. मारवाडमां करोडो रुपीयानी सखावतो करनार राणकपुर जेवा मंदिरोना बंधावनार धरणाशाह जेवा श्रेष्टिओ जन्म्या छे. अने वादिदेवसूरि जेवा समथ आचार्योनं जन्मस्थान मारवाड रघु छे. पू. मुनिसुंदरसरि, पू. आचार्य आणंदविमलसरि, पू. आचार्यहीरमूरि, पू. आचार्य विजयसेनमूरि विगेरेए आ भूमिमा केटलाए चातुर्मास कर्यां छे. आ मारवाडमा १४४४ थांभलानुं नलिनीगुल्मविमानने अनुसरतुं भव्य तीर्थ छे, आ तीर्थनी नजदीक सादडी ए जैनपुरी छे जे धर्मना हरेक कार्यमां मोखरे हमेशा रहेतुं आव्यु छे. आ शहेरमा गोत्र हडंडिया राठोडना कुलमां पिता शेठ इंदरचंदजी अने माता कंकुबाइने त्यां पुत्ररत्ननो जन्म वि.सं. १९८२ ना भादरवा वदी ११ ना दीवसे थयो हतो. मातपिताए पुत्रनुं नाम केसरीमल पाडयु. केसरीमल बचपणथी सुशील, सदाचारी अने मातापिता प्रत्ये अति आदरवाळो हतो. व्यवहारिक अभ्यास उपरांत केसरीमले पंचप्रतिक्रमण, जीवविचार अने नवतत्वनो अभ्यास कर्यो हतो. केसरीमल 華张帶跳跳验验器张密密染染带染染染整密密柴柴聯晚說第 For Private And Personal Use Only

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