Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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स्थानाङ्गसूत्रे दो आवत्ता५, दो मंगलावत्ता६, दो पुक्खला७,दो पुक्खला. वइ८, दो बच्छा९,दा सुवच्छा१० दो महायच्छा११,दो वच्छगायइ१२, दोरम्मा१३, दो रम्मगा१४, दो रमणिजा १५, दो मंगलावई१६, दो पम्हा१७, दो सुपम्हा१८, दो महापम्हा१९, दो पम्हगावई२०, दो संखा२१, दो णलिणा२२, दो कुमुया२३, दो सलिलावई२४, दो यप्पा२५,दो सुवप्पा२६, दो महायप्पा २७, दो वप्पगावई२८, दो वग्गू२९, दो सुबग्गू३०, दो गंधिला ३१, दो गंधिलावई३२, दो खेमाओ१, दो खेमपुरीओर, दो रहओ३, दो रिहपुरीओ४, दो खग्गीओ५, दो मंजुसाओ६, दो ओसहोओ, दो पुंडरिंगिणीओ, दो सुसीमाओ९, दो कुंडलाओ१०, दो अपराजियाओ ११, दो पभंकराओ१२, दो अंकाचईओ १३, दो पम्हावईओ१४, दो सुभाओ १५, दो रयणसंचयाओ १६, दो आसपुराओ १७, दो सीहपुराओ१८ दो महापुराओ १९, दो विजयपुराओ २०, दो अपराजियाओ२१, दो अपराओ२२, दो ओसायाओ२३, दो विगयसोगाओ २४, दो विजयाओ २५, दो वेजयंतीओ २६, दो जयंतीओ२७, दो अपराजियाओ२८,दो चक्कपुराओ२९ दो खग्गपुराओ३०, दो अयज्झाओ३१, दो अउज्जाओ ३२, दो भदसालवणा, दो गंदणवणा, दो सोमणसवणा, दो पंडगवणा । दो पंडुकंबलसिलाओ दो अतिपंडुकंबलसिलाओ, दो रत्तकंबलसिलाओ, दो अइरत्तकंबलसिलाओ, दो मंदरा, दो मंदरचूलियाओ।
શ્રી સ્થાનાંગ સૂત્ર : ૦૧