Book Title: Shraddh Vidhi
Author(s): Ratnashekharsuri
Publisher: Jain Bandhu Printing Press
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वर्षकृत्य प्रकाश ५ विषयांक. विषय का नाम.
पृष्ठांक. १९९ संघपूजादि वर्ष कृत्योंकी संख्या और निर्देश - मूलगाथा १२.१३ २०० साधर्मिवात्सल्यका स्वरूप, २०१ साधर्मिकवात्सल्य ऊपर दंडवीर्य, विमलवाहन
___ राजा, जगसिंहश्रेष्ठी और आभूसंघपतिका दृष्टान्त. ७०३ २०२ अठ्ठाइयात्रा और रथयात्राका स्वरूप. ७०५ २०३ रथयात्रा करने ऊपर संप्रतिराजा और कुमारपाल.. राजाकी कथा.
७०७ २०४ तीर्थयात्राका स्वरूप,
७०८ २०५ स्नात्रोत्सवका स्वरूप.
७१३ २०६ देवद्रव्यकी वृद्धिका स्वरूप,
७१४ २०७ महापूजाका स्वरूप,
७१४ २०८ धर्मजागरिकाका स्वरूप,
७१५ २०९ श्रुतज्ञानकी पूजाका स्वरूप.
७१६ २१० उजमणेका स्वरूप.
७१७ २११ तीर्थकी प्रभावना करनेका स्वरूप.
७१८ २१२ आलोयणा करनेका स्वरूप,
७१९ २१३ आलोयणा देनेवाले आचार्यके लक्षण, २१४ आलोयणा किसके पास लेना ? उसका स्वरूप. ७२१
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