Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan
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भण
अडोल
। २२ ) बिल्कुल पास । (न०) अति सामीप्य। अढारभार वनस्पति-(ना0) पेड़, पौधे, अत्यन्त निकटता ।
लता, क्षुप और फल-फूल इत्यादि वनअडोल-(वि०) १. अटल । अडिग । २. स्पति वर्ग का एक समष्टि परिमाण । धैर्यवान ।
अष्टादश भार परिमाण की वनस्पतिअडोळ-(वि०) कुरूप । कुढंगो ।
सृष्टि । (अढार भार वनस्पति में चार अडोलणो-(क्रि०) १. अटल रहना। अडिग भार अपुष्प, पाठ भार फल सहित तथा
रहना । (वि०) अडिग रहने वाला। सपुष्प और छ: भार लताएं मानी गई हैं। अडोळो-दे० अंडोळो ।
एक भार वनस्पति का संख्या-परिमारण अड़ोस-पड़ोस-(न०) १. आसपास । २. १२३००१६०८ बारह करोड़ तीस लाख आसपास का घर, स्थान प्रादि ।
और सोलह सौ आठ माना गया है)। अड़ोसी-पड़ोसी-(न०) अासपास में रहने समस्त उद्भिज वर्ग । २. समस्त प्रकार वाला।
की सघन वनस्पति । अढळक-(वि०) अत्यधिक । अपरिमित । अढार वरण-(न०) १. चारों वर्गों की २. उदार।
समस्त जातियाँ । २. विश्व की समस्त अढंगो--(वि०) १. बिना ढंग का । बेढंगा। मानव जातियाँ । ३. चारण, भाट कुटुंगो। २. अनोखा । ३. बिकट ४.
इत्यादि गुण गायक याचक जातियां । बदसूरत ।
अढारै-दे० अडारै। अढाई-(वि०) दो और आधा। (न0)
0) अढाळो-(वि०) १. बिना ढंग का । ढाई की संख्या, '२।।' या '२२'
कुढाळो। २. प्रतिकूल । अढार-(वि०) १. अठारह । २. समस्त । अढियो-(10) ढाई का पहाडा। अढीरो
समष्टि, जैसे-अढ़ार गिर । अढार दीप गठियो । अढी-गणिया । अढिया रो इत्यादि ।
गुरिणयो। अढारकबाण-दे० अढारटंकी।
अढी-दे० अढाई। अढारगिर-(न०) १. सभी पर्वत । पर्वत प्रदाता
अढीग्राना-(न० ब० व०) ढाई आने । समष्टि । २. प्राबू पर्वत ।
अंग्रेजी शासन के दस पैसे । अंग्रेजी दस अढारजोत-(ना०) अनेक दीपकों वाला पैसों का एक मानक । दीप स्तम्भ ।
अढीगुणा-(वि० ब० व०) ढाई गुना । अढारटंक-(वि०) मजबूत । दृढ़ । (न०) अढीरुपिया-(न० ब० व०) १. अंग्रेजी
१. बड़ा धनुष । २. अठारह बार। शासन काल के दो रुपये और पाठ आने । अढारटंकी-(०) बड़ा धनुष ।
एक सौ साठ पैसों का मुद्रा-मानक । अढारदानी-दे० अढार जोत ।
२. वर्तमान स्वराज्य सरकार का दोअढारदीप-(न०) १. समस्त द्वीप समूह । सौ पचास पैसों का मुद्रा-मानक । २. दे० अढारजोत ।
अढी सौ-(वि० ब० व०) ढाई सौ। दो अढार दीवट-दे० अढार जोत ।
सौ पचास। अढारभार-(न०) १. किसी एक वस्तु का अढीहजार-(वि० ब व०) ढाई हजार । समष्टि रूप में परिमाण । २. अठारह
पच्चीस सौ । दो हजार पाँच सौ।। भार परिमाण । ३. अष्टादश भार अण-(प्रव्य०) एक उपसर्ग जो 'नहीं' के वनस्पति ।
अर्थ में प्रयुक्त होता है। निषेध सूचक
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