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(६ ) करने के लिये, थोड़ी।)
आलू बुखारा ( तृषा व घमन में तथा कभी कभी खटाई की पूर्ति के लिये भी इसका उपयोग किया जा सकता है।)
कठोरी ( साधारण ताप ही हो तो स्वाद के लिये।)
हरा धनिया।
चाय-दूधकी। तुलसी की चाय दूध की
पान। कढ़ी।
ठंडा जल पीना।
स्वच्छ जल।
इंट वुझाया अल गर्म करके ठरहा किया जल गर्म जल
पोपल के छोड़ों को जला कर उसे जल में बुझा दे और फिर छान २ कर पिलाव। ठण्डा जल (वमन वा तृषा का उपद्रव हो तो।)
बरफ- वमन व
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