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अपथ्य दूध-चने का पानी मि
मिठाई लावें बकरी का दूध हो तो
अधिक मरिचे और भी अच्छा । छाछ दही
घत साबूदाना
सातु चावल
ठण्डी बासी वस्तुयें लेना. हरे फ्रूट्स (सेव, नरंगी,
वर्फ अनार) ठंडी चीज़ लेना। विरेच वाली हलकी दवायें सेवन करना। पानी
पानी अधिक पीना। उवाला पानी पीना चाहिये। सौंफ कार्क।
रहन सहन(१) स्वच्छ हवा में रहना
(२) पेट में ठण्डी हवा (२) पेट पर गर्म कपड़ा
लगने देना। बांधे रखना।
(२) ठण्ड से बचाव न (३) अलसी का पेट पर
करना। सेक करना।
(३) स्नान । (४) बीमार होने पर Rest करना चाहिए। निम्न लिखित यातों पर विशेष ध्यान रखना चाहिए ।
(१) परिश्रम की थकान पर कपड़े लसे से शरीर अच्छी तरह ढका रहे और हवा न लगने पाये इसका सदा ध्यान रक्सा जाये।
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