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( १३० । चनिया गोंद तोला १ सीघोड़ा तोला १ मेदा लकड़ी तोल १
मिश्री तोला३ दूध के साथ फंको-यह श्वेतप्रदर में भी बहुत गुणकारी है। मात्रा मासा २३ (४) काकड़ा सिंगी तोला १
प्रांवला तोला। नीम गिलोय तोला गोखरू तोला मिश्री तोला २ मात्रा मासा ६ दूध के साथ
दस्त हमेशा साफ आवे इसका प्रबन्ध रखना चाहिये। .. स्नान ठंडे जल से बन्द मकान में की जावे, धूमने जाना चाहिये, ताजी हवा सेवन की जावं । यव धानुश्राव में उपयोगी खाद है।
बालकों का पथ्य ।
Child Disease दृध माता का मुत्राफिक नाता हो तो बच्चे को माता का दूध छुड़ा कर बकरी वा गाय का दूध देना चाहिये । छोटे बच्चों को दृध थोड़ा पानी मिला कर कुछ गर्म करके देना वाहिये । माता का दूध साफ और हलका हो उसकी दवा देनी चाहिये कारण माता का दूध जितना उपयोगी होता है उतना बाहरी दूध गुण नहीं करता। गाय का वा बकरी का ताजा दूध न मिले तो (डब्बों)का दृध देना चाहिये पर बच्चं उनसे
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