Book Title: Pathya
Author(s): Punamchand Tansukh Vyas
Publisher: Mithalal Vyas

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Page 169
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra ( १५० ) प्रभात का दुहा दूध गर्म करने पर ११ । १२ बजे तक काम में ले आना चाहिये । ध्यान में रहे ५ घण्टे बाद दूध बिगड़ जाता है— बीमार के उपयोगी नहीं रहता । रबड़ी, खीर, बीमार के लिये उपयोगी नहीं हैं । मावा भी काम का नहीं है। दूध में रोटी मिला कर चूर कर खाने से वह देर से पचता है | अतः रोटो अलग वर कर फिर मिला कर खानी चाहिये । कई ऐसी वस्तु हैं जो दूध के साथ खाने से भीतर नुक सान पहुंचाती है अतः जब २ दूध का सेवन किया जाये तब २ नीचे लिखो दूध से विरुद्ध चीजें न खायें । दूध के विरुद्ध तो दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध दूध A " 2 1, ११ 1 " 40 www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir = " "5 नींबू, खटाई का साग, आमली, दाम, नमक (सैन्धव कम हानि करता है । कुलथ दही छाछ वधुत्रा सूखे साग जासुन मूली केला - नारियल गुड़ उड़द लहसुन -कांदा गर्म पदाथ तिलों की खल-तैल खिचड़ी | For Private And Personal Use Only कैरी

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