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क्षार
जल-
उबाला जल पीना ।
रहन सहन
(१) चिन्ता करना । (२) परिश्रम करना ।
(३) रात्रि में जागना ।
(४) गर्म जल से स्नान
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करना
(५) व्यायाम करना | (६) स्वारी पर बैठना ।
पथ्य
( ११६ )
लंघन
रेचन ( दस्त लगाना)
हलका अन
जब
मृग
धूली
रोटो
बाजरी
रुखा अन्न
(१) आरामी से रहना । (२) बहुत सोना ।
श्रामवात ।
(Rheumatism )
वात व्याधि की समान ही पथ्य रखना चाहिये पर इस खास रोग में पथ्य हलका और जल्दी पच जाय वैसा लेना
चाहिये ।
(३) व्यायाम न करना (४) घूमने नहीं जाना किन्तु एक स्थान पर बैठे
रहना ।
दही
गुड़
उड़द
अपथ्य
कफकारक वस्तु
मीठाई
मावा
सीरा
मेदे की चीज़ बेस की चीजें
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