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६ )
पथ्य दूध (पाचन कर्ता औषधों
- के साथ) दही ( जीरा, हींग सैन्धव
के साथ) छाछ (जीरा, हींग सैन्धव के साथ)
जलज़रूरत हो तो सौंफ का
अर्क।
जल स्वच्छ और हलका पीना चाहिये। जल कम पीना।
रहन सहन(१) पूर्ण विश्राम Rest (२) शक्ति अनुसार थोड़ा
थोड़ा घूमना। (३) सर्दी से बचाव रखना। (४) कपड़े लत्तों से शरीर
ढंका रखना। (५) स्वच्छ कपड़े पहिनना (३) प्रसन्न रहना। (७) अच्छे साफ स्थान में
रहना। (८) शहर के बाहर घूमना (6) दातौन दोनों समय
करना।
अपथ्य : अन्न लेना। मीठा खाना। अधिक मात्रा में दूध वा
दही लेना। प्रभात का दूध शाम तक
लेना। जल अस्वच्छ पीना। जल अधिक पीना। (१) काम काज में लगे
रहना। (२) अधिक घूमना (ताकत
प्राप्त करने की इच्छा से शक्ति उपरान्त
घूमना) (३) सर्दी से बचाव रखने
का प्रयत्न न रखना। (४) कपड़े लत्ते अस्वच्छ
पहिनना। (५) चिन्ता, क्लेश श्रादि
करना। (६) शहर में ही इधर उधर
घूमना। (७) टाइम अनुसार काम
न करना। (E) दातौन न करना। (E) समय पर नहीं सोना।
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