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जमीकन्द (बहुत हितकर
आंवला हरडे
खिचड़ी चावल माखन
कठोरी
नारंगी दाड़म सेव
चवला बाजरी वृत्ताक करेला काजु नवीन अन्न मद्य अत्यन्त रुक्ष अन्न जलनवीन जल। बहुत जल पीना। चाय तया काफी का अधिक सेवन करना। (१) पूर्व का पवन सेवन करना। (२) मूल मूत्रादि के वेगों का धारण करना। (३) सवारी करना। (४) गद्दी · तकियों पर बैठना। (५) घूमना नहीं।
अंगूर
वथुत्रा गुलकन्द मोठ
रहन सहन(१) पैदल धीरे धीरे बहुत दूर तक रोज़ घूमना, बैठे न रहना। (२) खुली हवा, बगैचो, तथा तलाब के पास पास घूमना। (३) कठिन वस्तु-कुर्सी,
बेंच, पाट आदि पर वैठना।
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