________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
में भूख खूब लगने लगती है, इससे हर एक चीज़ की ओर मन दौड़ता है पर परहेज़ न रखने से, और चाहे जो खालेने से वा अधिक खालेने से बुखार फिर आधेरता है वा ताकत जल्दी नहीं पाती है.अस्तु निर्बलावस्था में भी पथ्य रखना ज़रूरी है। हां पहिले सी सख्ती की ज़रूरत नहीं । भारी चीज़, मीठा एक दम ज्यादा नहीं खाना चाहिये, नहीं तो श्राम हो जाने से फिर ज्वर श्रा जाने की आशंका रहती है। इन दिनों में ताकत की दवा ली जाती है इससे उस दवा का पथ्य भी ध्यान में रखना चाहिये, नहीं जब पकी खटाई लेने में हानि नहीं।
नियत समय पर भोजन भूख हो उससे कम भोजन परहेज धीरे २ कम करना जल-कुयेका ताज़ा स्वच्छ रहन सहन(१) घूमने जाना (२) हवा बदलने दूसरे गांव जाना
अपथ्यः बार बार खाना। ज्यादा खाना। खटाई बहुत खाना। ताकत के लिये बादाम का सीरा लेना। रधीण में बहुत घृत लेना। (१) परिश्रम बहुत करना (२) ठण्डी से बचाव रखने का प्रबन्ध न करना (३) स्नान ठण्डे जल से करना।
-.'
For Private And Personal Use Only