Book Title: Karmagrantha Part 5 Shatak
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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कर्म प्रकृतियों के प्रवबन्धी आदि भेद
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कर्म प्रकृति ध्र व बंधी अध्रु व बंधी ध्रु वोदय अध्रु वोदयां ध्र व सत्ता। अ० सत्तः सर्व घाति देश घा. अघातिपरा व. ओघ १५८
-
ज्ञाना० ५
दर्शना०६
-
वेद० २ ।
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मोह० २८०
| ० | २३
आयु ४
नाम १०३
व
गोत्र २
० |
२
२
०
अंत० ५
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* मोहनीय कर्म में सम्यक्त्व देशघाती और मिश्र मोहनीय सर्वघाती हैं तथा ये दोनों परावर्तमान और पाप प्रकृतियां हैं, इतना विशेष समझना चाहिये ।
शतक