Book Title: Karmagrantha Part 5 Shatak
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
View full book text
________________
पचम कर्मग्रन्थ
उपशमन
संज्वलन लोभ २८
अप्रत्याख्यानावरण लोभ २६
अप्रत्याख्याना० माया
२३
संज्वलन माया
२५
Jain Education International
प्रत्याख्यानावरण लोभ २७
प्रत्याख्याना० माया २४
संज्वलन मान २२
अप्रत्याख्याना० मान प्रत्याख्याना० मान
२०
२१
अप्रत्याख्याना० क्रोध १७
संज्वलन क्रोध १६
प्रत्याख्याना० क्रोध
१८
पुरुष वेद १६ हास्यादि षट्क १५
स्त्रीवेद
पुंसक वेद
मिश्र ६,
सम्यक्त्व मोह०७
मिथ्यात्व ५, अनन्तानुबंधी क्रोध १, मान २, माया ३, लोभ ४
For Private & Personal Use Only
३८७
www.jainelibrary.org