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पालने में भी समर्थ है। ७७. प्रश्न : व्यन्तर देवों की विक्रिया शक्ति एवं गमन शक्ति
कितनी होती है ? उत्तर : दस हजार वर्ष की आयु वाला व्यन्तर देव उत्कृष्ट रूप से सौ रूपों की, जघन्य रूप से सात रूपों की और मध्यम रूप से विविध रूपों की विक्रिया करता है।
शेष व्यन्तर देवों में से प्रत्येक देव अपने-अपने अवधिज्ञान का जितना क्षेत्र है उतने प्रमाण क्षेत्र को विक्रिया बल से पूर्ण करता
है।
___ संख्यात वर्ष प्रमाण आयु वाला व्यन्तर देव एक समय में संख्यात योजन और असंख्यात वर्ष प्रमाण आयु वाला देव असंख्यात योजन जाता है। ७६. प्रश्न : व्यन्तर देव सम्बन्धी जिन-भवनों का प्रमाण
कितना है ? उत्तर : जगत्प्रतर के संख्यात भाग में तीन सौ योजनों के वर्ग का भाग देने पर जो लब्ध आवे उतने प्रमाण जिनमन्दिर व्यन्तरलोक
जगत्पतर व्यन्तरलोक के जिनभवन -
संख्यात x (३००)२ (४६)