________________
विमान दिशाओं में स्थित हैं और प्रकीर्णक विमान श्रेणीबद्ध विमानों के अन्तराल में बिखरे हुए पुष्पों के सदृश यत्र तत्र रिश हैं।
इन्द्रक विमान संख्यात योजन विस्तार वाले हैं श्रेणीबद्ध विमान असंख्यात योजन विस्तार वाले हैं और प्रकीर्णक विमानों में कुछ संख्यात योजन विस्तार वाले एवं कुछ असंख्यात योजन विस्तार वाले हैं।
११४. प्रश्न: स्वर्गों में कुल पटलों की संख्या कितनी है ? अथवा स्वर्गीस्वर्गों में इन्द्रक विमानों की संख्या कितनी है ? एवं कहाँ-कहाँ पर कितने इन्द्रक हैं ?
उत्तर : स्वर्गों में कुल पटलों की संख्या ६३ है। एक-एक पटल में एक - एक ही इन्द्रक विमान होने से इन्द्रक विमानों की संख्या भी ६३ है ।
सौधर्म युगल में ३१ इन्द्रक, सानत्कुमार युगल में ७, ब्रह्म युगल में ४, लान्तव युगल में २, शुक्र युगल २, शुक्र युगल में १, शतार युगल में १, आनतादि चार कल्पों में ६ इन्द्रक, तीन अधस्तन ग्रैवेयकों में ३ इन्द्रक, तीन मध्यम ग्रैवेयकों में ३ इन्द्रक तीन उपरिम ग्रैवेयकों में ३ इन्द्रक, नव अनुदिशों में एक और पाँच अनुत्तरों में एक इन्द्रक विमान है।
(६८)