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जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
[वि० सं० १४२२ / ई० स० १३६६जयसिंहसूरि [तृतीय] में कुमारपालचरित एवं न्यायतात्पर्यदीपिका के रचनाकार]
प्रसन्न
प्रसन्नचन्द्रसूरि [द्वितीय]
[वि० सं० १४४४ / ई. स. १३८८नयचन्द्रसूरि [द्वितीय] के आसपास हम्मीरमहाकाव्य एवं रम्भामंजरीनाटिका के रचयिता]
प्रसन्नचन्द्रसूरि [तृतीय]
[वि० सं० १४८३-१५०६] नयचन्द्रसूरि [तृतीय] प्रतिमालेख
लक्ष्मीसागरसूरि [वि०सं० १५२४, प्रतिमालेख]
जयसिंहसूरि [चतुर्थ] जयचन्द्रसूरि [वि० सं० १५१६-१५३२, [वि० सं० १५३४,
प्रतिमालेख] प्रतिमालेख]
जयशेखरसूरि [वि० सं० १५८५, प्रतिमालेख]
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जयसिंहसूरि
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[वि०सं० १५८५, प्रतिमालेख]
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