________________
Jain Education International
५४६
For Private & Personal Use Only
ख. -थारापद्रगच्छीय मुनिजनों की प्रेरणा से इस गच्छ के श्रावकों द्वारा प्रतिष्ठापित जिनप्रतिमायें एवं
उन पर उत्कीर्ण लेखों का विवरण क्रमाङ्क | संवत् | तिथि प्रतिमालेख/ प्रतिष्ठा स्थान
संदर्भ ग्रन्थ स्तम्भलेख १. १११८ | -
विमलवसही, प्राचीनजैनलेखसंग्रह, भाग २, आबू
सं० मुनि जिनविजय, लेखाङ्क १५४ एवं अर्बुदप्राचीनजैनलेखसंदोह, (आबू, भाग २, सं० मुनि
जयन्तविजय, लेखांक ६३ २. |११२६ पार्श्वनाथ की -
"राष्ट्रीय संग्रहालय की कतिपयधातु पीतल की प्रतिमा
प्रतिमायें" अगरचन्द नाहटा, जैन का लेख
सन्देश शोधाङ्क, भाग ४१, वर्ष ४२, पृष्ठ २४२-२४६
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
www.jainelibrary.org