________________
Jain Education International
थारापद्रगच्छ
For Private & Personal Use Only
क्रमाङ्क | संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ । प्रतिष्ठा स्थान | संदर्भ ग्रन्थ
स्तम्भलेख १८. १५१६ | पौष
श्रेयांसनाथ की वीर जिनालय, वही लेखाङ्क ६१ वदि ५
चौबीसी प्रतिमा
थराद, गुरुवार
का लेख १९. १५२७ | कार्तिक विजयसिंहसूरि | अजितनाथ की
वही, वदि ५ के पट्टधर | प्रतिमा का लेख
लेखाङ्क १६५ सोमवार शांतिसूरि २०. | १५३२ | वैशाख शांतिसूरि
वही, सुदि १३
लेखाङ्क १७२ शनिवार २१. १५३३ | कार्तिक विजयसिंहसूरि शांतिनाथ की शेठ केशरीमल का नाहर, पूर्वोक्त,
सुदि ५ के पट्टधर | प्रतिमा का लेख | देरासर, जैसलमेर भाग ३, गुरुवार शांतिसूरि
लेखाङ्क २४६४
www.jainelibrary.org