Book Title: Jain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 01
Author(s): Shivprasad
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir Surat

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Page 659
________________ Jain Education International सुदि ९ For Private & Personal Use Only क्रमाङ्क | संवत् । तिथि आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ प्रतिष्ठा स्थान | संदर्भ ग्रन्थ स्तम्भलेख २०४. १५७१ | माघ | पद्माणंदसूरि अजितनाथ की । अजितनाथ विनयसागर, वदि ५ । के पट्टधर प्रतिमा का लेख जिनालय, मालपुरा | पूर्वोक्त, भाग १, शुक्रवार नंदिवर्धनसूरि लेखांक ९४७ २०५. १५७३ आषाढ़ श्री गंगा गोल्डेन नाहटा, पूर्वोक्त, जुबली म्यूजियम, लेखांक २१५८ बीकानेर २०६. १५७६ | ज्येष्ठ । पद्माणंदसूरि आदिनाथ की बड़ा जिनालय, |विनयसागर, सुदि ८ के पट्टधर प्रतिमा का लेख नागौर पूर्वोक्त, भाग १, रविवार | नंदिवर्धनसूरि लेखांक ९५८ २०७. १५७७ | वैशाख शान्तिनाथ की चौसठियाजी का । वही, भाग १, सुदि६ | धर नंदिवर्धनसूरि | प्रतिमा का लेख मंदिर, नागौर लेखांक ९६४ एवं नाहर, पूर्वोक्त, जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास www.jainelibrary.org

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