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कृष्णर्षि गच्छ
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नाग वृन्द दुर्ग मम्मट अग्निशर्मा
वटेश्वर
तत्त्वाचार्य
यक्षमहत्तर
दाक्षिण्यचिह्न उद्योतनसूरि
कृष्णर्षि
जयसिंहसूरि [प्रथम] [वि०सं० ९१५]
[वि० सं० १२८७, प्रतिमालेख] नयचन्द्रसूरि [प्रथम]
[वि० सं० १३०१ में मरुभूमि में जयसिंहसूरि [द्वितीय] भीषण ताप के समय मंत्रशक्ति से जल निकाल कर संघ की प्राणरक्षा की]
प्रभावकशिरोमणि
प्रसन्नचन्द्रसूरि [प्रथम]
निःस्पृहशिरोमणि [मुहम्मदशाह द्वारा महेन्द्रसूरि सम्मानित]
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