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चैत्रगच्छ
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क्रमाङ्क | संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ । प्रतिष्ठा स्थान | संदर्भ ग्रन्थ
स्तम्भलेख ९. |१५१३ | पौष
वही, वदि ५
लेखांक ३ रविवार १०. | १५१७ | ज्येष्ठ
कुन्थुनाथ की
जैन देरासर, महुवा विजयधर्मसूरि, सुदि ५ धातुप्रतिमा
पूर्वोक्त, का लेख
लेखांक ३ ११. | १५१७ / ज्येष्ठ
सुमतिनाथ की शांतिनाथ जिनालय, मुनि विशालविजय, सुदि
धातु की पंचतीर्थी | भानीपोल, राधनपुर पूर्वोक्त प्रतिमा का लेख
लेखांक २१२ १२. |१२१७ / पौष
सुविधिनाथ की । मोतीसा की ट्रॅक, शत्रुञ्जयवैभव,
प्रतिमा का लेख | शत्रुञ्जय लेखांक १५१ गुरुवार
वदि ५
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