________________
Jain Education International
-
For Private & Personal Use Only
क्रमाङ्क | संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ । प्रतिष्ठा स्थान संदर्भ ग्रन्थ
स्तम्भलेख विहीन एकतीर्थी प्रतिमा
लेखांक १०७ का लेख
पृ. ६५ ५७. | १४७४ | फाल्गुन पार्श्वचन्द्रसूरि | वही धर्मनाथ देरासर, बुद्धिसागरसूरी, सुदि ९ के शिष्य
उपलो गभारो, पूर्वोक्त, भाग १, सोमवार मलयचन्द्रसूरि
अहमदाबाद लेखांक १११३ ५८. १४७७ | वैशाख गुणदेवसूरि | अनन्तनाथ की शांतिनाथ देरासर, वही, भाग २, सुदि ५
धातु की चौबीसी | छाणी, बड़ोदरा लेखांक २६७ प्रतिमा पर
उत्कीर्ण लेख ५९. | १४७७ / वैशाख गुणदेवसूरि शांतिनाथ की सहस्रफणा पार्श्वनाथ | मुनि विशालविजय, सुदि ५
धातु की चौबीसी जिनालय, पूर्वोक्त,
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
www.jainelibrary.org