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चन्द्रगच्छ
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क्रमाङ्क | संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ । प्रतिष्ठा स्थान | संदर्भ ग्रन्थ
स्तम्भलेख गुरुवार
जिनेन्द्र ढूंक,
शत्रुञ्जयवैभव, शत्रुञ्जय
लेखांक ६ ४. १२३५ वैशाख पूर्णभद्रसूरि पार्श्वनाथ की श्वेताम्बर जैनमंदिर, नाहर, पूर्वोक्त, सुदि ३ पंचतीर्थी प्रतिमा | सम्मेतशिखर
भाग २ बुधवार पर उत्कीर्ण
लेखांक १६८८
खंडित लेख ५. १२३९ चैत्र श्री चन्द्रसूरि के दीवाल पर उत्कीर्ण | तोपखाना, जालौर मुनि जिनविजय, सुदी ५ | पट्टधर पूर्णभद्रसूरि | लेख
संपा. प्राचीनजैनगुरुवार
लेखसंग्रह, भाग २, लेखांक ३५१ एवं नाहर, पूर्वोक्त, भाग १, लेखांक ८९९
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