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चन्द्रगच्छ
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चन्द्रप्रभसूरि
।
(जिनेश्वर की एक प्रभावी स्तुति के रचनाकार)
धनेश्वरसूरि
वीरभद्रसूरि
देवसूरि
देवभद्रसूरि
देवेन्द्रसूरि
भद्रेश्वरसूरि
अभयदेवसूरि
हरिभद्रसूरि
बालचन्द्रसूरि (वि० सं० १२९६/ई. सन् १२४० के पूर्व
___उपदेशकन्दलीटीका के रचनाकार) ६. उपमितिभवप्रपंचकथासारोद्धार - चन्द्रगच्छीय देवेन्द्रसूरि द्वारा संस्कृत भाषा में रचित यह कृति सिद्धर्षि के उपमितिभवप्रपंचाकथा (रचनाकाल वि० सं० ९६२/ईस्वी सन् ९०६) का संक्षिप्त रूप है । इसकी प्रशस्ति१३ के अन्तर्गत ग्रन्थकार ने अपनी लम्बी गुर्वावली दी है और रचनाकाल का उल्लेख किया है, जो इस प्रकार है :
भद्रेश्वरसूरि
हरिभद्रसूरि
शांतिसूरि
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