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धर्मशास्त्र का इतिहास
आचारदीपिका--सारसमुच्चय द्वारा (बड़ोदा, सं० १०- आचाररत्न-मणिराम कृत (अनूपविलास का प्रथम
भाग)। आचारतविवेक-विभाकर कृत। मिथिला के राजा आचाररत्न-नारायण भट्ट के पुत्र लक्ष्मण भट्ट द्वारा।
रामभद्र के शासन-काल में प्रणीत। श्राद्ध-सम्बन्धी कमलाकर भट्ट के छोटे भाई थे, अतः सन् सन्देह मिटाता है। लग० १५०० ई.।
१५८०-१६४० में। निर्णय० प्रेस बम्बई में आचारनवनीत-गौरीमायूर के वासी अप्पा दीक्षित मुद्रित। कृत। शाहजी के काल (१६८४-१७११) में आचाररत्न-चन्द्रमौलि कृत। प्रणीत । आचार, श्राद्ध, द्रव्यशुद्धि एवं कालनिर्णय आचाररत्नाकर--रघुनन्दन द्वारा आह्निकतत्त्व में उ०। के खण्डों में विभाजित ।
आचारवाक्यसुषा। आचारनिर्णय-गोपाल कृत।
आचारवारिषि---रमापति उपाध्याय सन्मिश्र द्वारा। आचारनिर्णय---ब्राह्मणों के कर्तव्यों पर ६६ श्लोकों इन्होंने विवादवारिधि का भी प्रणयन किया। में; कायस्थ आदि की उत्पत्ति पर।
आचारविषि । आचारपंचाशिका-महाशर्म-कृत।
आधारविवेक---मानसिंह कृत । आचारपद्धति--वासुदेवेंद्र कृत।
आचारविवेक-मदनसिंह कृत (मदनरत्न का एक आचारपद्धति--विद्याकर कृत।
भाग)। आचारपद्धति-श्रीधरसूरि कृत।
आचारवतादिरहस्य। आचारप्रकाश-अप्पाजी के पुत्र भास्कर द्वारा (बड़ोदा, आधारसंग्रह-गंगोली संजीवेश्वर शर्मा के पुत्र रत्नसं० १२७८९)।
पाणि शर्मा द्वारा। आचारप्रकाशिका--अहल्याकामधेनु द्वारा उ०। आचारसंग्रह-नारायण के पुत्र हरिहर पण्डित द्वारा। आचारप्रदीप--केशवभट्ट कृत; रघुनन्दन के श्राद्ध- आचारसागर--बल्लालसेन द्वारा; मदनपारिजात' (पृ. तत्त्व में उ०।
५८), स्मृतिरत्नाकर (वेदाचार्यकृत) एवं लेखक आचारप्रदीप-नागदेव कृत। नागदेव ने निर्णयतत्त्व की कृति दानसागर (लग० ११६८ ई०) में उ०। भी लिखा।
आचारसार-हेमाद्रि (३।२।९००) द्वारा व०। आचारप्रदीप भट्रोजि कृत।
आचारसार-नारायणात्मज रामकृष्ण के पुत्र लक्ष्मण आचारप्रशंसा।
भट्ट द्वारा। लगता है, यह आचाररत्न ही है। आधारभूषण--त्र्यम्बकराम ओक द्वारा; शक १७४१ आचारस्मृतिचन्द्रिका---गदाधर के पुत्र सदाशिव __ में; ९ किरणों में; आनन्द० द्वारा मुद्रित।
द्वारा। आचारमंजरी-मथुरानाथ कृत।
आचारादर्श- (मैथिल) श्रीदत्त कृत । लग० १३०० आचारमयूख-नीलकण्ठ कृत। जे० आर० घरपुरे ई० (बनारस में सन् १९२० में एवं वेंक० प्रेस में द्वारा सम्पादित (मुजराती प्रेस, बम्बई)। देखिए मुद्रित); रुद्रधर के शुद्धिविवेक में व०; इसमें प्रक० १०७।
कामधेनु, कल्पतरु एवं हरिहर का भी उल्लेख है। आचारमाधवीय-माधवाचार्य कृत; पराशरस्मृति पर दे० प्रक० ८९। दामोदर के पुत्र गौरीपति द्वारा उनकी टीका का प्रथम भाग।
टी० (बनारस में एवं वेंक० प्रेस में मुद्रित)। आचारमाला--निधिराम कृत।
हरिलाल द्वारा आचारदीपिका नामक टी०। आधाररत्न--रघुनन्दन के आह्निकतत्त्व में वर्णित। आचारदीपिका-आचारादर्श का संक्षिप्त रूप।
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