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(ललिता ) के पुत्र सम्राट्स्थपति रघुनाथभट्ट द्वारा । संवत् १६७७ = १६२० ई० में प्रणीत । तिथियों, मास एवं अधिकमास पर । कालतत्त्वविवेचनसारसंग्रह ---- ( या सारोद्वार ) बालकृष्ण के पुत्र शम्भु भट्ट द्वारा (विवेचन पर आधारित ) । ये मांस खण्डदेव के शिष्य थे । लिग० १७०० ई० । कालतत्त्वार्णव टोका, रामप्रकाश, रामदेव द्वारा । कालतरंग - छलारि नृसिंह द्वारा स्मृत्यर्थसार का प्रथम
भाग ।
कालदानपद्धति ।
कालदिवाकर --- चन्द्रन्ड दीक्षित द्वारा । कालदीप - संस्कारमयुख एवं नृसिंहप्रसाद (संस्कारसार) में वर्णित । १५०० ई० के पूर्व । टी० नृसिंह के प्रयोगपारिजात में व० ।
कालदीप - दिव्यसिंह महापात्र द्वारा |
कालनिरूपण वैद्यनाथ द्वारा ।
धर्मशास्त्रीय प्रन्यसूची
कालनिर्णय --- आदित्यभट्ट कविवल्लभ द्वारा । कालनिर्णय- गोपाल न्यायपंचानन द्वारा।
कालनिर्णय - तोटकाचार्य द्वारा । कालनिर्णय - - (लघु) दामोदर द्वारा । कालनिर्णय - नारायणभट्ट द्वारा (? सम्भवतः यह कालनिर्णयसंग्रहश्लोक ही है ) ।
कालनिर्णय - - ( संक्षिप्त ) भट्टोजि द्वारा ( बड़ोदा, सं०
--
५३७३)।
कालनिर्णय - - माधव द्वारा (कालमाधवीय भी नाम है ) । बिब्लि० इण्डि० एवं चौखम्भा द्वारा प्रकाशित । टी० मिश्र मोहन तर्कतिलक द्वारा सं० १६७० (खमुनिरसेन्दुमितेब्दे ) = सन् १६१४ ई० में लिखित (डकन कालेज, सं० २६४, १८८६ - ९२ ) । टी० कालनिर्णयसंग्रहइलोक विवरण, रामेश्वर के पुत्र नारायणभट्ट द्वारा। टी० कालमाधवचन्द्रिका, मथुरानाथ शुक्ल द्वारा । टी० दीपिका, दे० कालनिर्णयदीपिका, रामचन्द्राचार्य द्वारा। टी० धरणीधर द्वारा। टी० लक्ष्मी, वैद्यनाथ पायगुण्डे की पत्नी लक्ष्मीदेवी द्वारा । कालनिर्णय -- हेमाद्रि के परिशेषखण्ड से ।
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कालनिर्णयकारिका --- ( कालमाधव से, माधवाचार्य की १३० कारिकाएँ) । टी० अज्ञात (नो० जिल्द १०, पृ० २३९-२४०) । टी० रामचन्द्र के पुत्र वैद्यनाथ द्वारा (स्टीन, पृ० ८५) । कालनिर्णयकौतुक - नन्दपण्डित के हरिवंशविलास का
एक भाग ।
कालनिर्णयचन्द्रिका --- (१) महादेव के पुत्र, काल उपाविवाले दिवाकरभट्ट द्वारा । ये कमलाकर के पिता रामकृष्ण के दौहित्र थे । लग० १६६० ई० । (२) नृसिंह के पौत्र एवं श्रीधमभिद्रु तथा कामक्का के पुत्र सीतारामचन्द्र ( कौण्डिन्य गोत्र ) द्वारा । कालनिर्णयदीपिका - काशीनाथभट्ट द्वारा, जिनका दूसरा
नाम था शिवानन्दनाथ, जो जयराम भट्ट के पुत्र, शिवरामभट्ट के पौत्र एवं अनन्त के शिष्य थे । कालनिर्णयदीपिका - कृष्णभट्ट द्वारा । कालनिर्णय दीपिका-कृष्णाचार्य के पुत्र, अनन्ताचार्य के पौत्र एवं परमहंस श्री गोपाल के शिष्य रामचन्द्राचार्य द्वारा माधवीयकालनिर्णय पर एक टीका । लग० १४०० ई० । इन्होंने प्रक्रियाकौमुदी भी लिखी। टी० विवरण, उनके पुत्र नृसिंह द्वारा; पाण्डु० की तिथि १५४८ ई०; नृसिंहप्रसाद में व० । इसमें शेष कुल की विस्तृत वंशावली दी हुई है (बड़ोदा, सं० १०४१०, जिसमें शक सं० १३३१ है- 'शशांककालानलविश्वसमिते विरोधिवर्षे ) । टी० रामप्रकाश, राघवेन्द्र द्वारा, कृपारामनृपति की आज्ञा से प्रणीत, टी० सूर्यमण्डित द्वारा । कालनिर्णयप्रकाश - विट्ठल के पुत्र एवं बालकृष्ण तत्सत् के पौत्र रामचन्द्र द्वारा। उनकी माता कालतत्त्वविवेचन के लेखक रघुनाथभट्ट की पुत्री थीं ( अतः लग० १६७० ई० ) । बड़ोदा, सं० ८४५५ की तिथि शक १६०३ माघ (फरवरी, १६८२ ) है । कालनिर्णयसंक्षेप - लक्ष्मीधर के पुत्र भट्टोजि द्वारा ( हेमाद्रि के ग्रन्थ पर आधारित) । कालनिर्णयसार -- दलपतिराज द्वारा (नृसिंहप्रसाद का एक अंश ) । दे० प्रक० ९९ ।
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