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૨કરે
कौसल्या बाष्पपूर्णेन II. I04.3a
, बाष्पसंरुद्धा II. 24.IC , बाहुमगना II. 42.4b ,, बिभृयादार्या II. 31.221.
, भृशदुःखिता II. 75.10d कौसल्यामभिवाय च VI. 122.20b कौसल्यामभ्यवादयत् II. 40.3b कौसल्या मम दक्षिणाम् II. 32.22b
, मां च रामं च II. 12.8ga ,, मातृनन्दन II. 16.39d कौसल्यामाह दुःखितः II. 62.6b कौसल्यामिदमब्रवीत् I. 16.26b
___II. 42.33d
II. 64.10 कौसल्यां पतितां भुवि II. 57.33b
,, II. 65.24b
परिवार्याथ II. 34.13c ,, परिसान्त्व्ये दम् II. 87.12c __ पार्थिवात्मज: II. 75.59d
पार्श्वतो दृष्टवा II. 62.3c
पुत्रशोकार्ताम् II. 63.50 , प्रत्युषाचेदम् II. 75.19c ,, प्रमदोत्तमाम् II. 44.1b " प्रमुख कृत्वा VI. I27.15c
, प्रेक्ष्य दुःखितौ II. 75.9b कौसल्या यत्र जीवति II. 57.22d कौसल्याया गृहं तत्र II. 42.28c कौसल्यां योजयिष्यति II. 7.25d
, राममातरम् II. 21.1b ,, व्यावहारिकाः II. 66.Id ,, शरणं यामः II. 78.15c , समुपस्थितः II. 32.21d ,, हि नृपात्मज IV. I.II2b कौसल्याया गृहं शीघ्रम् II. 42.27a कौसल्यायात्मसंभवम् II. 74.13d
| कौसल्याया निवेशनेम् II. 42.39b
,, II. 75.8d , निवेशने II. 72.13d कौसल्यायाः फलिष्यति VI. 92.53b कौसल्याया भविष्यसि II. 53.17d कौसल्यायां महातेजा: II. 43.4a
, महाबल: II. II8.5b कौसल्यायाः शुभं वचः II. 62.19b कौसल्यायास्तथा कच्चित् V. 36.22a कौसल्यायै नरपतिः I. 16.27a
, न्यवेदयन् II. 3.47b कौसल्यायां यथा युक्त: II. 20.3a कौसल्या रहिता मया II. 53.24b
, रुदती चार्ता II. 6I.Ic , लोकभर्तारम् V. 38.53e ,, वर्तयिष्यति II. 74.28d कौसल्या वाक्यमब्रवीत् II. 75.6od
, I04.23d कौसल्या विनशिष्यति ,, 5I.ISb __व्यसृजद्वाष्पम् ,, 62.10C
शब्दमाज्ञाय , 75.5c शुभदर्शना , 24.14b शुशुभे तेन I. I8.12a
II. 1.8a शोककर्षिता ,, 42. Iod शोकलालसा ,, 57.32b सुतमब्रवीत् ,, II2.20b सुतवत्सला , 24.18d सुप्रजा राम I. 23 2a. ,, , II. 16.13a
,, ,, V. 64.32a ,, सुप्रजास्तात III. 4.15a
सुषुवे रामम् II. 92.2:a. सूतमब्रवीत् ,, 6o.id हृदयंगमम् , 39.32b
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