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३१९ विषयनी स्मृतिए ध्यान धर्या विना रह नहीं (मुरु
गृ०७० उ०) ३२० विपयनी विस्मृति ज कर (मु० गृ० उ०) ११ सब प्रकारनी नीति शीखु (मु० गुरु ७० उ०)
र भयभाषा भाखु नहीं ४१३ अपशब्द बोलु, ही १२४ कोईने शिखडावु नही ३२५ असत्य मर्म भापा भावु नही ३२६ लीघेलो नियम वर्णोपरी रीत तोडु नहीं ३२७ पूठचोय करु नहीं ३२८ अतिथिनो तिरस्कार करु नही (गृ० उ०) ३२९ गुप्त वात प्रसिद्ध करु नहीं (गृ०२०) ३३० प्रसिद्ध करवा योग्य गुप्त राखु नही ३३१ विना उपयोगे द्रप रळु नहीं (म० उ०७०) ३३२ अयोग्य करार कराव नही (गृ०) ३३३ वधारे याज रउ नही ३३४ हिसाबमा भुलाबु नही ३३५ स्यूल हिंसाधी आजीविका चलावु नहीं ३३६ द्रव्यनो खोटो उपयोग पर नहीं ।