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उन्मत नयो, अने ताराची पग मरळ छे, माटे हवे तुं महे तेम गए.
है नाय ! तारे गोटुं न गायु के अमे तारा करता पण ग्रु पने विगेप स्तबीए छोए. जगत आन्दु तने स्तवे है; तो पछी मे एक तारा मामा वेठा रहीम तेगा तेमने हां ग्नबननी भगक्षा दे, अने च्या तने न्यूनपण पण है?
शाना पुरुषो विकाटनी वान जाणता उता प्रगर करना नयी, एममारे पूछय, ते मंदभमा एम जगाय हे केनरीजा वीरेशापारमाधिक यात मिहार मानी दो निमाजियान प्रमिद ग फरे, अने मानौनी पर नुमना की जाय जेनी
प्रशारनी धारा नयो, या मानापूरपने मनापनी होयामी उसामा आयटर पर 2. सोनीगो शान यता नयों के भी वर्ग मान मारे गाम, अने जाने का माननी पाई Sri vitrit; मनोमानी Trm
“ममा " for fearrन.
प्रायः नाम ४, शनि, १४
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