________________ भाषाटीकासहित 79 तथा // छपाया // जबलौं तनमें प्राण न तवलौं मुखको मोडौं / जवलौं करमें शक्ति न तवलों शास्त्राहि छोडौं। जबलौं जिव्हा सरस दीन वच नाहिं उच्चारौं / जवलौं धडपर शीश झुकावन नाहि विचारौं // जबलौं अस्तित्व प्रतापको क्षत्रिय नाम न वोरिहौ / जबलौं न आर्यध्वज नम उडै तबलौं टेक न छोरि हौं // 5 // आयुः रक्षति मर्माणि आयुरन्नं प्रयच्छति / अर्जुनस्य प्रतिज्ञहे न दैन्यं न पलायनम् // 6 // अनन्तर अकबरने फिरभी शह वाजखांको शाही फौज = समेत उदयपुर भेजा, तब भीमाशा मंत्रोने लाखौं रुपयों का सम्मत्ति जो पूर्व समयकी एकत्रित थी सो महाराणा ने लंडकर विजय पाई, उधर नवाबखान खाना ( रहीम) . P.P.AC.'Gunratnasuri Juin Gun Aaradhak Trust