________________ भाषाटीकासहित. दूत-यदि आपका यही दृढ़ संकल्प हो तो में राजकुमारसे जाकर कहूं. कि वे शीघ्र फिर आई. रानी इस राज्यमें भीरूओंके लिये स्थान नहीं है पुत्रके लियेभी क्षत्रिय कन्या इस नियमको भंग नहीं -करेगी. दूत- तो वधू माताभी नहीं जायगी ? रानी—यह बात उसीसे पूछो.. दूत-वे कहां हैं ? . रानी हम उसके अभी बुलवाती हैं. यह कह पुत्र वधूको दासीके हाथ बुलवा भेजा, पुत्रवधूने आकर रानी को प्रणाम किया रानीने आशीर्वाद देकर कहा कि, - यह दूत तुमको ले जानेके लिये आया है, यदि इच्छा हो तो जाओ.. ... वधू-कहां जाना होगा वचा युद्ध क्षेत्रमें ? आहत भार पीडित सेनाकी सेवामें नियुक्त होना क्षत्रिय कन्याका परम सौभाग्य है. P.P. Ac Gunratnasuri M.S Gun Aaradhak Trust