________________ स्त्रीचरित्रः सोमदेव-( हाथ जोडकर ) माताजी, जो आना होगी उसके अनुसार करूंगा... - नीलदेवी-अच्छा सुनो (कुमारको अपने पास बुलाकर ) कानमें अपना विचार प्रगट कर दिया. सोमदेव०-जो आज्ञा. .. राजकुमार सोमदेव क्षत्रियों सहित अपनी माता नी. लदेवीकी आज्ञाके अनुसार जाकर मार्ग प्रतिक्षा करने लगे और महारानी नोलदेवीने चार समाजियोंको साथ ले. गायकीके वेषसे यवन सेनापतिके डेरेको प्रस्थान किया, गायकीके वहां पहुंचने पर सिपहसालारको खबर दीगई, गायकोने जाकर गाना सुना था,सो सुनकर और गायकोके रूपको देखकर सिपहसालारजी अपने आपमें न रहे, शरावका प्याला उठाकर गायकीको देने लगे और अपने समीप बुलाकर आपने हाथसे बलात्कर मद्य पिलाना चाहा, तब गायकी बनीहुई नीलदेवीने चोटीसे कटार निकालकर सिपहसालारको मारा और चारौ समाजा बाजा फेंककर शस्त्र निकाल मुसाहिवोंको मारने लग P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Gun Aaradhak Trust