________________ 212 स्त्रीचरित्र नियम नियत कर दिया था, कि प्रतिवर्ष एक लाख रुपया पुण्यकार्यके निमित्त निकाल लिया जाया करे. लाखों रुयये महाराणीने धर्मार्थ प्रदान किये, - महाराणीके धर्मकार्योकी प्रशंसा की जाय तो एक स्वतंत्र ग्रन्थ वनजाय, इस कारण यहां महाराणीका संक्षिप्त वृत्तान्त लिखा है, इति / . .. - राजराजेश्वरी महाराणी विक्टोरिया, - इतिहासके प्रेमियोंसे यह वात छिपी नहीं है कि इङ्गलैण्डकी अवस्थाका परिवर्तन नार्मनलो!के उस देसमें आकर वसने पर हुआ, बादशाह विलियमने इस देशको जीतकर यहां अपना राज्य जमाया, महाराणी विकटोरिया उसी विलियमके वंशमें हुई, ईश्वरकी कुछ विचित्र लीला है कि संसारमें कहीं तो वंशों पूर्ण नाश हो जाता है, और कहीं एकही वंश सहस्रों वर्ष पर्यन्त राज्य करता चला जाता हैं, इङ्गलैण्डराजके राज्यसिंहासन - पर आज तक तीन स्त्रियोंने राज्य किया, पहिली महा राणी एलिजवेथ, दूसरी महाराणी ऐन, तीसरी हमारी P.P.AC. Gunratnasuri M.S... Jun Gun Aaradhak Trust