________________ - .. स्त्रीचत्रि. - रानी-युद्धक्षेत्रमें किसकी अनुगामिनो होवोगो? वहां तुम्हारा कौन है ? रणबिमुखका अनुसरण करो.. वधू-रणविमुख कौन है ? आपके पुत्र ? - रानो-मेरा पुत्र तो जीवित नहीं है. वधू- ( चकित होकर ) तो क्या वे युद्धमें निहत .: रानी--नहीं तुमारा स्वामी रण विमुख है. . वधू-मैं रणविमुखकी पत्नी हूं ! आप गुरुजन हो- कर किस अपराधसे मेरा तिरस्कार करती हैं. .: रानी—यह तिरस्कार नहीं यथार्थ बात है. वधू-यदि यह तिरस्कार नहीं तो क्या यह भी यथार्थ है कि आपका पुत्र रण विमुख है और मैं आपको पुत्र वधू हूं. रानी-जो रणविमुख हैं, वह मेरा पुत्र नहीं - वधू-जो रणविमुख है, वह मेरा भो पति नहीं है. क्ष त्रिय कन्या रणविमुखभोरुको पति भावसे ग्रहण नहीं करती. .P.P.AC. Gunratnasuri.M.S.. Jun Gun Aaradhak Trust