Book Title: Kalpasutra
Author(s): Rajkirtisagar
Publisher: Subodh Shreni Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
પ્રથમ
કલ્પસૂત્ર ભાષાંતર
વ્યાખ્યાનમ્
॥ अनंत लब्धि निधानाय ॥ ॐ हीं अहम् नमः ॥
॥ गण संपत् समृद्धाय श्री गौतमस्वामिने नमो नमः ॥
श्री सुधर्मास्वामिने नमो नमः ॥ ..
॥ॐ ह्रीं नमो पबयणस्स ॥ ॥ चरमशासन पति त्रिशलानंदन श्री महावीरस्वामि परमात्माने नमो नमः ॥ ॥ योगनिष्ठ आचार्य भगवन्त श्रीमद् बुद्धि-कीर्ति-कैलास-सुबोध मनोहर कीर्ति सागर सूरी गुरुभ्यो नमो नमः ॥
चतुर्दशपूर्वधर-श्रुतकेवलि-श्रीमद्-भद्रबाहुस्वामिसमुद्धृतम्
श्रीकल्पसूत्रम् ।
गुर्जर भाषान्तर सहितम्
अथ प्रथमं व्याख्यानम् । प्रणम्य श्रीमहावीरं, केवलज्ञानभास्करम् । कल्पसूत्रस्य सद्बाला-वबोधः किञ्चिदुच्यते ॥१॥
કેવલજ્ઞાનથી પદાર્થોનો પ્રકાશ કરવામાં સૂર્ય સમાન શ્રી મહાવીર સ્વામીને નમસ્કાર કરીને કલ્પસૂત્રનો સુંદર કાંઈક બાલાવબોધ કહીએ છીએ // ૧ /.
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 ... 650