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जैन परम्परा का इतिहास दुस्सम-काल-समण-संघत्थव और विचार-श्रेणी के अनुसार 'युग-प्रधान पट्टावली' और समय :
(१) आचार्यों के नाम समय ( वीर निर्वाण से) १-गणधर सुधर्मा स्वामी
१ से २० ६-आचार्य जम्बू स्वामी
२० से ६४ ३ - आचार्य प्रभव स्वामी
६४ से ७५ ४- आचार्य शय्यभवसूरि
७५ से १८ ५---आचार्य यशोभद्रसूरि ६-आचार्य संभूतिविजय
१४८ से १५६ ७-आचार्य भद्रबाहु स्वामी १५६ से १७० ८-आचार्य स्थूलभद्र
१७० से २१५ -आचार्य महागिरि
२१५ से २४५ १०- आचार्य सुहस्तिसूरि
२४५ से २६१ ११-आचार्य गुणमुन्दरसूरि
२६१ से ३३५ १२-आचार्य श्यामाचार्य
३३५ से ३७६ १३-आचार्य स्कन्दिल
३७६ से ४१४ १४---आचार्य रेवतिमित्र
४१४ से ४५० १५-~-आचार्य धर्मसूरि
४५० से ४६५ १६-आचार्य भद्रगुप्तसूरि
४६५ से ५३३ १७-आचार्य श्री गुप्तसूरि
५३३ से ५४८ १८-आचार्य वज्रस्वामी
५४८ से ५८४१६-आचार्य आर्यरक्षित
५८४ से ५६७ २०-आचार्य दुर्बलिकापुष्यमित्र ५९७ से ६१७ २१-आचार्य वज्रसेन सूरि
६१७ से ६२० २२-आचार्य नागहस्ती
६२० से ६८६ २३- आचार्य रेवतिमित्र
६८६ से ७४८ २४-आचार्य सिंहमूरि
७४८ से १२६ २५-आचार्य नागार्जुनसूरि
८२६ से १०४