Book Title: Jain Parampara ka Itihas
Author(s): Nathmalmuni
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh
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इस ग्रन्थ में प्रयुक्त ग्रन्थ सूची और उनके संकेत अध्यात्मोपनिपद्-अध्या० उप० अनुयोग द्वार- अनु० अन्तकृत-अन्त० अन्ययोग व्यवच्छेद द्वात्रिंशिका अन्य० व्यव० मागम अष्टोत्तरी-आ० अ० आचारांग-आचा. आचारांग वृत्ति-आचा. वृ० आचार्य श्री तुलसी का जीवन चरित्र-आचा० तु. नावश्यक कथा-आव० कया. आवश्यक चूर्णि-आव० चू० आवश्यक नियुक्ति-आव०नि० Indian thought and its Developments. उत्तराध्ययन-- उत्त० उत्तराध्ययनवृत्ति-उत्त० वृ० ऋगवेद-ऋग० एकविंशति द्वात्रिंशिका-एक० द्वा० Our Oriental Heritage. औपपात्तिक-औप० औपपातिक धर्म देशना-औप० धर्म० कर्नाटक कवि चरित्र-क. क. च० कल्प सुबोधिका -क० सु० कल्पसूत्र-कल्प कालयशोविलास-कालु० यशो० छान्दोग्य उपनिपद्-छान्दो० उप० जम्बूद्वीप प्रजति वृत्ति-जम्बू० वृ० ज०प० इ०

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